1-16हाथ का वर्गाकार तृण मण्डप या पट पण्डप।
2-तोरण पताका,अशोकपत्र,केला स्तम्भ सुसज्जित।
3-सर्वतोभद्र मण्डल (प्रधान वेदी)।
4-नवग्रह वेदी,64 योगिनी।
5-दशदिक्पाल वेदी,64योगिनी।
6-हवन वेदी, शान्ति कलश।
7-व्यासवेदी तथा अन्यान्य आसन।
मंगलपांड्ग सामग्री
1-पंच पल्लव। 8-पूजन सामग्री।
2-पंचगव्य। 9-वरण सामग्री।
3-पंचामृत। 10-दान सामग्री।
4-पंचरत्न। 11-हवन सामग्री।
5-नवरत्न। 12-नवग्रह समिधा (लकड़ी)।
6-सप्तमृतिका। 13-विविध पुष्प,फल, वस्त्र 7-सप्तधान्य। विभूषण आदि।
कलश 2 घड़ा ,10मेटा ,पुरवा,ढकनी, दीया,पत्तल,दोना,प्रधान कलश तांबे का,गुण्डी।
श्री पूजन सामग्री
अक्षत, सुपारी,छूटा पान,केशर, कस्तुरी,अतर,रोली,अबीर,गुलाल,हल्दी पाउडर, मेहंदी पाउडर,सिंदूर,नारा,सवौषधि,कपूर,रुई,माचिस, धूपबत्ती,कुश,दुर्वा (दुब), बिल्वपत्र, तुलसी दल,विविध पुष्प मालाएं,, पंचमेवा,पंचरंग,कच्चा सूत (कुंवारी धागा),शहद,गो घृत,बतासा,पेड़ा, लड्डू,शक्कर, गुड़,जव,तिल (सफेद व काला),उरद, दूध, ऋतुफल,दही,पीली सरसों,गरी गोला, धूप-दीप, नारियल, अगरबत्ती,आरती,जायफल,कुशासनी-7, कमण्डलु,गुलाबजल, गंगाजल,तीर्थजल,कांसे की कटोरी,थाली, कटोरी,लोटा गिलास,पंचपात्र, यज्ञोपवीत (जनेऊ),विविध प्रकार वस्त्र आभूषण,लवंग,लाइची, पूर्णपात्र, अष्टगंध, अष्टधातु, रुद्राक्ष माला,शंख,घंटा।
वरण सामग्री-व्यास के लिए
धोती, पीताम्बरी धोती,गमछा भगवा,चादर (सिल्क), पगड़ी,कुरता, यज्ञोपवीत, आसनी, जयमाला, जलपान,लघुपात्र,भोजनपात्र।
आचार्यादि वरण
धोती,गमछा,चादर, यज्ञोपवीत, आसनी, पंचपात्र।
प्रधान वेदी पर
ताम्र कलश, रेशमी साड़ी, चुनरी, लहंगा,लाल वस्त्र, आभूषण, गोपाल जी की प्रतिमा (श्रीमद्भागवत)/देवी की स्वर्ण या कांसे की प्रतिमा (श्रीमद्देवीभागवत)!
शय्या दान
पलंग, तोषक,कटोरी,कड़ाही, तकिया,चादर,सड़सी,कलछी,दरी,गलैचा, बाल्टी,दुलाई,चिमटा, धोती,चम्मच,गमछा, तस्तरी,बड़ली २,मिर्जई,चादर, लोहे का चुल्हा,छाता,तावा,पदत्राण (खड़ऊ),चौकी,बेलना,भोजन पात्र,अन्न, वस्त्र,लोटा गिलास,फल व्यंजन आदि।
हवन द्रव्य
धूम्र चूर्ण,श्वेत चंदन,चंदन धुरा,रक्त चंदन,देवदारू, भोजपत्र,चांवल,अगर,तगर,जव,तिल,तेजपत्र, गुड़,कवलगट्टा,गुग्गुल, पंचमेवा, जटामासी,तालमखाना,करायत, जावित्री,छडीला,गो घृत आदि।
भोग प्रसाद इत्यादि
भोग फल प्राप्ति
गो घृत- आरोग्य प्राप्ति
शक्कर- दीर्घायु
दुध- दुध की निवृत्ति
मालपुआ- निर्णय की विकास
केला- बुद्धि का विकास
शहद- आकर्षण, सुंदरता
गुड़ - रोग से मुक्ति
नारियल- हर प्रकार की पीड़ा समाप्त
पान- लोक परलोक शुद्धि
कालि तिल- पर लोक से मुक्ति
*आपका अपना*
*"पं.खेमेश्वरपुरी गोस्वामी"*
*धार्मिक प्रवक्ता-ओज-व्यंग्य कवि*
*श्रीराम कथा, श्रीमद्भागवत ,शिव कथा*
*जाप-पाठ, वैदिक यज्ञ अनुष्ठान*
*राष्ट्रीय प्रवक्ता*
*राष्ट्र भाषा प्रचार मंच-भारत*
*डिंडोरी-मुंगेली-छत्तीसगढ़*
*8120032834/7828657057*
*🙇♂ जय श्री राम 🙇♂*