गुजारिश हमारी वह मान न सके,
मज़बूरी हमारी वह जान न सके,
कहते हैं मरने के बाद भी याद रखेंगे,
जीते जी जो हमें पहचान न सके
©पं.खेमेश्वर पुरी गोस्वामी®
मुंगेली छत्तीसगढ़
जंगल, ज़मीन, और गुमशुदा 'हीरो' : क्या हिडमा सिर्फ एक नक्सली था,या व्यवस्था का आईना? बीते दिनों जब एक कथित नक्सली कमांडर हिडमा के नाम...
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