*🙏जय श्री राम🙏*
*विद्यार्थी सेवकः पान्थः*
*क्षुधार्तो भयकातरः ।*
*भाण्डारी प्रतिहारी च*
*सप्त सुप्तान् प्रबोधयेत्।।९/६।।*
*अहिं नृपं च शार्दूलं*
*बर्बटीं बालकं तथा ।*
*परश्वानं च मूर्खं च*
*सप्त सुप्तान्न बोधयेत् ।।९/७।।*
*भावार्थ👉*
_विद्यार्थी, सेवक, यात्री, भूख से परेशान, बहुत भयभीत, भंडार का स्वामी और पहरेदार- इन सात सोए हुए लोगों को जगा देना चाहिए। साँप, राजा, शेर, वेश्या, बच्चा, पराया कुत्ता और मूर्ख- इन सात को नहीं जगाना चाहिए।_
🌻आपका दिन *_मंगलमय_* हो जी ।🌻
आपका अपना
"पं.खेमेश्वर पुरी गोस्वामी"
धार्मिक प्रवक्ता-ओज कवि
प्रदेश संगठन मंत्री एवं प्रवक्ता
अंतरराष्ट्रीय युवा हिंदू वाहिनी छत्तीसगढ़
८१२००३२८३४-/-७८२८६५७०५७
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