बाल पन मां गुरू पिता से सीख मिले
जीवन विद्या शिक्षक से भीख मिले.!
गुरु वही दाता प्रभु है दीक्षक वही
सत्य धर्म का ज्ञान, दे शिक्षक वही..!
जन्ममरण बंधन छूटै दूर हटे अज्ञान
शिक्षा ऐसी दीजिए नितहोवे सम्मान..!
काम क्रोध मद ग्राह बसत हैं मारग में
तिन नियंत्रण करैं शिक्षक डारग में..!
नाम तुमारो सदा जपैं भर दो ऐसी ज्ञान
खेमेश्वर विनै शिक्षक अरज हमारी मान..!!
ऐसी ज्ञान न दीजिए भूलाफिरे निकाम
चौरासीलख जीवन, नहीं मिलै विश्राम.!
शिक्षा तुपसे पाय के जग में नाम करे
पलपल छणछण शिक्षक को याद करे..!
यज्ञ ज्ञान तप निर्बल नौका अध बिच टूट परे!!
खेमेश्वर कहत शिक्षक बिन भवजल कौन तरे.।
©"पं.खेमेश्वर पुरी गोस्वामी"®
धार्मिक प्रवक्ता-ओज कवि
प्रदेश संगठन मंत्री एवं प्रवक्ता
अंतरराष्ट्रीय युवा हिंदू वाहिनी छत्तीसगढ़
८१२००३२८३४-/-७८२८६५७०५७
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