Wednesday, October 2, 2019

गांधी जयंती पर यूं ही

हमारे देश में विचारों का सम्मान किया जाता है दिखावे के लिए।
जयंती पर फूल माला साथ मिठाई लाते हैं बस चढ़ावे के लिए..!
विचार दिमाग के ऊपर से और सम्मान पैरों तले से निकल जाती है,
भ्रष्ट खूब बनो गांधी वादी के आड़ में,ओ छोड़ गए हैं खादी पहनावे के लिए..!!

©पं.खेमेश्वर पुरी गोस्वामी®
ओज-व्यंग्य कवि
मुंगेली छत्तीसगढ़

No comments:

Post a Comment

naxal hidma

जंगल, ज़मीन, और गुमशुदा 'हीरो' : क्या हिडमा सिर्फ एक नक्सली था,या व्यवस्था का आईना? बीते दिनों जब एक कथित नक्सली कमांडर हिडमा के नाम...