*आज का विचार*
आजकल प्रत्येक व्यक्ति अपने लिए ही जी
रहा है *.*. उसे इससे कोई मतलब नहीं किस
तरह औरों की मदद कर सकता है, *वह* तो
*बस पागलो की तरह अपनी* ही खुशियाँ
ढूंढ रहा है, पर बहुत ढूंढ़ने के बाद भी उसे
कुछ नहीं मिलता *..*..
जबकि हकीकत है कि हमारी खुशी दूसरों
की खुशी में छिपी हुई है *.*. जब हम *औरों*
*को* उनकी *खुशियाँ देना* सीख जायेगें तो
अपने आप ही हमें *हमारी खुशियाँ मिल*
जाएँगी *.*. *और* सही मायने में यही मानव
जीवन का उद्देश्य भी है *..*..
*जिन्द़गी समझ नहीं*
आयी तो मेले में अकेला !!
*और समझ आ*
गयी तो अकेले में मेला !!
🙏🏻
*कृष्णमय सुप्रभात*
*जय भोले नाथ*
*आपका दिन शुभ एवं खूबसूरत हो*
🕉🐚⚔🚩🌞🇮🇳⚔🌷🙏🏻
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