*जय माता दी*
*तुलना के खेल में ना उलझे,*
*क्योंकि इस खेल का कहीं कोई अंत नही।*
*जहाँ तुलना की शुरुआत होती है,*
*वही से आनंद और अपनापन खत्म होता है...!!!*
*मां महा दुर्गाष्टमी की हार्दिक शुभकामनाएं*
।।। *जय सियाराम* ।।।
*सुप्रभात*.........
*आपका दिन शुभ हो*
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