*_उखाड़ फेका हर दुश्मन को,_*
*_जिसने झाँसी का अपमान किया.._*
*_मर्दानी की परिभाषा बन कर,_*
*_आज़ादी का पैगाम दिया.._*
*_मुर्दों में भी जान डाल दे,_*
*_उनकी ऐसी कहानी है,_*
*_वो कोई और नहीं_*
*_झांसी की रानी है._*
*_शौर्य और वीरता झलकता है लक्ष्मीबाई के नाम में,_*
*_प्रथम स्वतंत्रता संग्राम की डोरी थी जिसके हाथ में._*
*_जिसने नारी के लिए अबला शब्द गढ़ा है,_*
*_शायद उसने झांसी की रानी को नहीं पढ़ा है._*
_सभी बहनों को समर्पित🤗👇🏻👇🏻_
*_अपने हौसले की एक कहानी बनाना,_*
*_हो सके तो खुद को झांसी की रानी बनाना।_*
©"पं.खेमेश्वर पुरी गोस्वामी"®
धार्मिक प्रवक्ता-ओज कवि
डिंडोरी-मुंगेली-छत्तीसगढ़
8120032834/7828657057
No comments:
Post a Comment