Thursday, January 2, 2020

आज का संदेश


           🔴 *आज का प्रात: संदेश* 🔴
 
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                                 *आदिकाल में जब सृष्टि का विस्तार हुआ तब इस धरती पर सनातन धर्म के अतिरिक्त और कोई धर्म नहीं था | सनातन धर्म ने मानव मात्र को अपना मानते हुए वसुधैव कुटुंबकम की घोषणा की जिसका अर्थ होता है संपूर्ण पृथ्वी अपना घर एवं उस पर रहने वाले मनुष्य एक ही परिवार के हैं |  सनातन धर्म की जो भी परंपरा प्रतिपादित की गई उसमें मानव मात्र का कल्याण निहित था ,  क्योंकि जब मनुष्य उठकर चलना सीख रहा था तब से सनातन धर्म ने मनुष्य को उंगली पकड़कर चलना सिखाया | जिस प्रकार एक विशाल वृक्ष की कई शाखाएं एवं उन शाखाओं में अनंत पत्तियां होती हैं उसी प्रकार सनातन धर्म रूपी वृक्ष में अनेकों प्रकार के धर्म एवं संप्रदाय रूपी शाखाएं उत्पन्न हुई फिर उनमें ही अनेकानेक पंथ रूपी पत्तियां शोभा पाने लगीं ,  परंतु सनातन ने कभी किसी का विरोध नहीं किया , सब को ही गले से लगाकर चलने की शिक्षा  सनातन धर्म के धर्म ग्रंथों से उद्धृत होती रही , परंतु जिस प्रकार राक्षसी प्रवृत्ति एवं नकारात्मक शक्तियों ने सनातन धर्म का विरोध किया वह किसी से छुपा नहीं है | यह सनातन की सहिष्णुता का ही परिणाम है कि किसी भी धर्म ग्रंथ में किसी धर्म संप्रदाय विशेष के रूप में कहीं ही कोई अनर्गल टिप्पणी नहीं प्राप्त होती है | जहां अन्य धर्म के प्रवर्तक एवं संस्थापकों ने सनातन के विरोध में ही एक नए धर्म की नींव डाली वहीं सनातन ने उनको भी एन केन प्रकारेण अपनाने का ही कार्य किया है | शायद इसीलिए सनातन जिस प्रकार दिव्यता के साथ इस पृथ्वी पर प्रकट हुआ था आज भी उसकी वही दिव्यता विद्यमान है |*

*आज वर्तमान युग में अनेक विद्वान , अनेक धर्म एवं संप्रदाय के ठेकेदार बन गए जिनको सनातन धर्म एवं उसके प्रतीक भगवा रंग में अनेकों बुराइयां दिखाई पड़ती है | यहां तक कि लोग सनातन धर्म को असहिष्णु  कह रहे हैं उनके द्वारा यदि ऐसा कहा जा रहा है तो ऐसे लोग या तो सनातन धर्म को जानते नहीं हैं या फिर ओछी राजनीति के चक्कर में ऐसे वक्तव्य दे रहे हैं | मैं चुनौती देकर के समाज के ऐसे ठेकेदारों एवं धर्म का ठेका लेने का दम भरने वालों से पूंछना चाहता हूँ कि इस्लाम धर्म या ईसाई धर्म की किसी पुस्तक में सनातन धर्म के किसी महापुरुष , राम या कृष्ण के विषय में कोई वर्णन , कोई कथा दिखा सकते हैं ?? जबकि मैं सनातन धर्म की सहिष्णुता का उदाहरण देते हुए बताना चाहूंगा कि सनातन ने सबको अपना कैसे माना है | हमारे यहां अठारह पुराणों में एक पुराण है भविष्य पुराण , जिसमें इस्लाम धर्म के प्रवर्तक मोहम्मद साहब एवं ईसाई धर्म के संस्थापक ईसा मसीह की भी कथाओं का वर्णन किया गया है | यह सनातन धर्म की व्यापकता का ज्वलंत उदाहरण है , जिसे आज असहिष्णु कहा जा रहा है | इन धर्मांधों को सनातन धर्म के धार्मिक ग्रंथों का अध्ययन करने की आवश्यकता है | यदि ऐसे लोगों के मन में कहीं से भी यह विचार उत्पन्न हो रहा है ऐसा करके वह सनातन को नष्ट कर देंगे तो यह बता देना आवश्यक है कि सनातन धर्म सृष्टि के आदि से है और प्रलय काल तक रहेगा | इस बीच अनेकों सभ्यता एवं संस्कृति आई और चली गई और भविष्य में भी अनेक धर्म आकर के नष्ट हो जाएंगे परंतु सत्य सनातन विद्यमान रहेगा |*

*सनातन के अनुयायी यदि सभी प्रकार के विरोध का सामना कर रहे तो उसका एक ही कारण है कि सनातन सभी धर्मों का पिता है | जिस प्रकार अपनी संतानों के द्वारा पिता उपेक्षित होकर भी उन पर प्रेम बरसाता रहता है उसी प्रकार सनातन भी चुपचाप सब देख रहा है |*  

     🌺💥🌺 *जय श्री हरि* 🌺💥🌺

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सभी भगवत्प्रेमियों को आज दिवस की *"मंगलमय कामना"*----🙏🏻🙏🏻🌹

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                   आपका अपना
             "पं.खेमेश्वर पुरी गोस्वामी"
            धार्मिक प्रवक्ता-ओज कवि
                  मुंगेली छत्तीसगढ़
          प्रदेश संगठन मंत्री एवं प्रवक्ता
   अंतरराष्ट्रीय युवा हिंदू वाहिनी छत्तीसगढ़
    ८१२००३२८३४-/-७८२८६५७०५७

१ जनवरी २०२०

ये नव वर्ष हमें स्वीकार नहीं
है अपना ये त्यौहार नहीं
           पर धर्मनिरपेक्ष भारत में
1जनवरी को नववर्ष मानने वाले को 2020 की शुभकामनाएं
       
        ये धुंध कुहासा छंटने दो
          रातों का राज्य सिमटने दो
प्रकृति का रूप निखरने दो
          फागुन का रंग बिखरने दो,
प्रकृति दुल्हन का रूप धर
           जब स्नेह – सुधा बरसायेगी
शस्य – श्यामला धरती माता
           घर -घर खुशहाली लायेगी,
तब चैत्र-शुक्ल की प्रथम तिथि
           नव वर्ष मनाया जायेगा
आर्यावर्त की पुण्य भूमि पर
           जय-गान सुनाया जायेगा...

🚩॥ वन्दे मातरम॥🚩

Sunday, December 29, 2019

आज का संदेश

*हमारी आत्मा और परमात्मा एक ही है । इस बात को मानते तो सभी है ,लेकिन इसे आत्मसात कर लेने वाले बिरले ही महा पुरुष होते है । वे किसी भी सुख -दुख से अप्रभावित रहते हुए पाप - पुण्यो को छोड़ कर आत्मा में ही रमण करने लगते है । उन मनुष्यों के के सभी कर्म दिव्यता को प्राप्त होते है ॥* 

*जब हम दूसरों पर भरोसा करते है और दूसरों पर ही निर्भर करते है तो उस स्थिति में हम अपनी आत्मिक शक्ति खो देते है ॥* 
 *अत: जगत पर निर्भर होने के बजाय अपनी आत्मा पर ही भरोसा करे । जब हम दूसरों का भरोसा छोड़ कर केवल अपनी आत्मा का ही भरोसा करेंगे तो जगत की सभी सम्पदायें स्वत: ही आप के पास आने लगेगी । हमारी दृष्टि जगत और केवल एक आत्म तत्व पर ही स्थिर होनी चाहिए । लोगों की धमकी और प्रशंसा को काट कर केवल आत्म तत्व पर ही दृष्टि रखें ॥*

 *शुभ प्रभात आपका दिन मंगलमय हो*🙏🙏

Saturday, December 28, 2019

आज का संदेश

🚩🚩
*प्रलये भिन्नमर्यादा भवन्ति किल सागराः।*
*सागरा भेदमिच्छन्ति प्रलयेऽपि न साधवः।।*

भावार्थ: *जिस सागर को हम इतना गम्भीर समझते हैं, प्रलय आने पर वह भी अपनी मर्यादा भूल जाता है और किनारों को तोड़कर जल-थल एक कर देता है; परन्तु साधु अथवा सज्जन पुरुष संकटों का पहाड़ टूटने पर भी श्रेठ मर्यादाओं का उल्लंघन नहीं करता। अतः साधु (सज्जन) पुरुष सागर से भी महान होता है।*
*आपका आज का दिन मंगलमय रहे।*
*🙏🌹🚩सुप्रभातम् 🚩🌹🙏*
*वन्दे मातरम्*🚩🚩
                    आपका अपना
             "पं.खेमेश्वर पुरी गोस्वामी"
            धार्मिक प्रवक्ता-ओज कवि
                  मुंगेली छत्तीसगढ़
          प्रदेश संगठन मंत्री एवं प्रवक्ता
   अंतरराष्ट्रीय युवा हिंदू वाहिनी छत्तीसगढ़
    ८१२००३२८३४-/-७८२८६५७०५७

Friday, December 27, 2019

आज का संदेश

*आज का विचार*

*नकारात्मक विचारों वाला व्यक्ति अपनी जिन्दगी को सही ढंग से नही जी सकता, क्योंकि वह हर पल घुटन भरी बेचैनी व भय के साथ सांसे लेता है। ऐसा जीना जीवन नहीं बल्कि मृत्यु समान होता है। नकारात्मकता त्यागें सकारात्मकता से नाता जोड़े।*
*हमारी सभी अंगुलियाँ लंबाई में बराबर नहीं होती है, किन्तु जब वे मुड़ती हैं तो बराबर दिखती हैं।*
*इसी प्रकार यदि हम किन्ही परिस्थितियों में थोड़ा सा झुक जातें है या तालमेल बिठा लेते हैं तो ज़िन्दगी बहुत आसान व आनंदित हो जाती है।*

🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏
🚩🚩 *शुभ प्रभात वन्दे मातरम्*🚩🚩
                   आपका अपना
             "पं.खेमेश्वर पुरी गोस्वामी"
            धार्मिक प्रवक्ता-ओज कवि
                  मुंगेली छत्तीसगढ़
          प्रदेश संगठन मंत्री एवं प्रवक्ता
   अंतरराष्ट्रीय युवा हिंदू वाहिनी छत्तीसगढ़
    ८१२००३२८३४-/-७८२८६५७०५७

आज का संदेश

*आज का विचार*

*नकारात्मक विचारों वाला व्यक्ति अपनी जिन्दगी को सही ढंग से नही जी सकता, क्योंकि वह हर पल घुटन भरी बेचैनी व भय के साथ सांसे लेता है। ऐसा जीना जीवन नहीं बल्कि मृत्यु समान होता है। नकारात्मकता त्यागें सकारात्मकता से नाता जोड़े।*
*हमारी सभी अंगुलियाँ लंबाई में बराबर नहीं होती है, किन्तु जब वे मुड़ती हैं तो बराबर दिखती हैं।*
*इसी प्रकार यदि हम किन्ही परिस्थितियों में थोड़ा सा झुक जातें है या तालमेल बिठा लेते हैं तो ज़िन्दगी बहुत आसान व आनंदित हो जाती है।*

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🚩🚩 *शुभ प्रभात वन्दे मातरम्*🚩🚩
                   आपका अपना
             "पं.खेमेश्वर पुरी गोस्वामी"
            धार्मिक प्रवक्ता-ओज कवि
                  मुंगेली छत्तीसगढ़
          प्रदेश संगठन मंत्री एवं प्रवक्ता
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Wednesday, December 25, 2019

आज का संदेश


जिस प्रकार वृक्ष हर रोज़ फूल-फल देता रहता है; कोई तोड़ भी लें, कुचल भी दें, तो नया सृजन करता रहता है *.*. जो चला गया उसकी परवाह नहीं करता, ठीक उसी प्रकार हमें अपने जीने के तरीके में बदलाव लाकर अनवरत नए निर्माण में अपनी ऊर्जा लगानी होगी और खुशनुमां माहौल में रहने का प्रयास करना होगा *…*..

*खोना-पाना* अपने जीवन का अमिट हिस्सा है, हमें इसे स्वीकार कर अपनी ज़िन्दगी में सहजता के रंग भरते रहना चाहिए तभी *अपनी साँसे महकती रहेंगी …*!!

🙏🏻🙏🏻🙏🏻  *सुप्रभात*  🙏🏻🙏🏻🙏🏻

वन्देमातरम् *…*.. *भारत माता की जय*
🕉🐚⚔🚩🌞🇮🇳⚔🌷🙏🏻
                   आपका अपना
             "पं.खेमेश्वर पुरी गोस्वामी"
            धार्मिक प्रवक्ता-ओज कवि
                  मुंगेली छत्तीसगढ़
          प्रदेश संगठन मंत्री एवं प्रवक्ता
   अंतरराष्ट्रीय युवा हिंदू वाहिनी छत्तीसगढ़
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न्यू २

प्रति मां. मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल जी रायपुर , छत्तीसगढ़ शासन विषय : आर्थिक सहायता,आवास, तथा आवासीय पट्टा दिलाने बाबत् आदरणीय महोदय,   ...