*🔥"कर्ज वाली लक्ष्मी"*🔥
'पापा पापा सुनीता दीदी के होने वाले ससुर आ रहे है" सुनीता की छोटी बहन ने अपने पापा को आवाज लगाते हुये कहा!
दीनदयाल जी पहले से ही उदास बैठे थे धीरे से बोले
"बेटी उनका कल ही फोन आया था बोले दहेज के बारे में आप से बात करनी है बड़ी मुश्किल से यह अच्छा लड़का मिला था कल को उनकी दहेज की मांग पूरी नही कर पाया तो??"
घर के प्रत्येक सदस्य के मन व चेहरे पर चिंता की लकीरें साफ दिखाई दे रही थी
जैसे ही लड़के के पिताजी को पानी दिया उन्होंने धीरे से अपनी कुर्सी दीनदयाल जी और खिसकाई ओर धीरे से बोले दीनदयाल जी मुझे दहेज के बारे बात करनी है!
दीनदयाल जी हाथ जोड़ते हुये बोले बताईए समधी जी
समधी जी ने धीरे से दीनदयाल जी का हाथ दबाते हुये बस इतना ही कहा
आप दहेज में कुछ भी देगें मुझे स्वीकार है पर कर्ज लेकर दहेज मत देना क्योकि जो बेटी अपने बाप को कर्ज में डुबो दे वैसी "कर्ज वाली लक्ष्मी" मुझे स्वीकार नही... 🚩 *पं.खेमेश्वर पुरी गोस्वामी* 🚩
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