*सामने हो मंजिल तो कदम ना मोड़ना*
*जो दिल में हो वो खवाब ना तोडना*
*हर कदम पर मिलेगी कामयाबी आपको*
*सिर्फ सितारे छूने के लिए कभी जमी ना छोड़ना ।*
*पं.खेमेश्वर पुरी गोस्वामी*
ओज-व्यंग्य कवि-लेखक
मुंगेली - छत्तीसगढ़
७८२८६५७०५७-८१२००३२८३४
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