प्रथम धरे जो ध्यान तुमारे
तिसके पूरण कारज सारे।।
लंबोदर गजवदन मनोहर
कर त्रिशूल परशू वर धारे।।
ऋद्धिसिद्धि दोऊ चमर ढुलावे
मूषकवाहन परम सुखारे।।
ब्रह्मादिक सुर ध्यावत मनमें
ऋषिमुनिगण सब दास तुमारे।।
"खेमेश्वर" सहाय करो नित
भक्तजनों के तुम रखवारे।।
जय गणेश गणनाथ दयानिधि
सकल विघन कर दूर हमारे।।
"पं.खेमेश्वर पुरी गोस्वामी"
धार्मिक प्रवक्ता-ओज कवि
डिंडोरी - मुंगेली
प्रदेश संगठन मंत्री एवं प्रवक्ता
अंतरराष्ट्रीय युवा हिंदू वाहिनी छत्तीसगढ़
८१२००३२८३४-/-७८२८६५७०५७
No comments:
Post a Comment