Tuesday, September 17, 2019

१८ सितंबर , बलिदान दिवस- कविता सुनाकर मृत्यु को गले लगाया

18 सितम्बर/ *बलिदान-दिवस*

कविता सुनाकर *मृत्यु को गले लगाया*

1857 ई0 में जबलपुर में तैनात अंग्रेजों की 52वीं रेजिमेण्ट का कमाण्डर क्लार्क बहुत क्रूर था; वह छोटे राजाओं, जमीदारों एवं जनता को बहुत परेशान करता था। यह देखकर गोण्डवाना (वर्तमान जबलपुर) के राजा शंकरशाह ने उसके अत्याचारों का विरोध करने का निर्णय लिया, राजा एवं राजकुमार दोनों अच्छे कवि थे; उन्होंने कविताओं द्वारा विद्रोह की आग पूरे राज्य में सुलगा दी। राजा ने एक भ्रष्ट कर्मचारी गिरधारीलाल दास को निष्कासित कर दिया था, वह क्लार्क को अंग्रेजी में इन कविताओं का अर्थ समझाता था।

क्लार्क समझ गया कि राजा किसी विशाल योजना पर काम रहा है, उसने हर ओर गुप्तचर तैनात कर दिये। कुछ गुप्तचर साधु वेश में महल में जाकर सारे भेद ले आये, उन्होंने क्लार्क को बता दिया कि दो दिन बाद छावनी पर हमला होने वाला है; क्लार्क ने आक्रमण ही सबसे अच्छी सुरक्षा (offence is the best defence) वाले नियमानुसार 14 सितम्बर को राजमहल को घेर लिया। राजा की तैयारी अभी अधूरी थी, अतः बिना किसी विशेष संघर्ष के राजा शंकरशाह और उनके 32 वर्षीय पुत्र रघुनाथ शाह बन्दी बना लिये गये।

क्लार्क उन्हें सार्वजनिक रूप से मृत्युदण्ड देकर जनता में आतंक फैलाना चाहता था; अतः 18 सितम्बर, 1858 को दोनों को अलग-अलग तोप के मुँह पर बाँध दिया गया, मृत्यु से पूर्व उन्होंने अपनी प्रजा को एक-एक छन्द सुनाने चाहे *पहला छन्द राजा ने सुनाया ..*..

मूँद मूख डण्डिन को चुगलों की चबाई खाई
खूब दौड़ दुष्टन को शत्रु संहारिका।
मार अंगरेज रेज कर देई मात चण्डी
बचे नाहिं बैरी बाल बच्चे संहारिका।।
संकर की रक्षा कर दास प्रतिपाल कर
वीनती हमारी सुन अब मात पालिका।
खाई लेइ मलेच्छन को झेल नाहिं करो अब
भच्छन ततत्छन कर बैरिन कौ कालिका।।

*दूसरा छन्द पुत्र ने और भी उच्च स्वर में सुनाया ..*..

कालिका भवानी माय अरज हमारी सुन
डार मुण्डमाल गरे खड्ग कर धर ले।
सत्य के प्रकासन औ असुर बिनासन कौ
भारत समर माँहि चण्डिके संवर ले।।
झुण्ड-झुण्ड बैरिन के रुण्ड मुण्ड झारि-झारि
सोनित की धारन ते खप्पर तू भर ले।
कहै रघुनाथ माँ फिरंगिन को काटि-काटि
किलिक-किलिक माँ कलेऊ खूब कर ले।।

कविता पूरी होते ही जनता में राजा एवं राजकुमार की जय के नारे गूँज उठे, क्लार्क को लगा कि कहीं विद्रोह यहाँ पर ही न फूट पड़े। तोपची तो तैयार थे ही, संकेत मिलते ही मशाल लगाकर तोपें दाग दी गयीं; भीषण गर्जना के साथ चारों ओर धुआँ भर गया, महाराजा शंकर शाह और राजकुमार रघुनाथ शाह की हड्डियों और माँस के लोथेड़ों से आकाश भर गया।

जहाँ ये दोनों वीर बलिदान हुए, वहाँ वे दोनों तोपें आज भी खड़ी उनके साहस की गाथा कह रही हैं।
...................................................
                        प्रस्तुति
             "पं.खेमेश्वर पुरी गोस्वामी"
            धार्मिक प्रवक्ता-ओज कवि
          प्रदेश संगठन मंत्री एवं प्रवक्ता
   अंतरराष्ट्रीय युवा हिंदू वाहिनी छत्तीसगढ़
      ८१२००३२८३४-/-७८२८६५७०५७

आज का सुविचार

     *  आज  का  विचार  *
 
  *शब्दों की ताकत को कम*
         *मत आंकिये, क्योंकि....*
*छोटा सा "हां" और छोटा*
         *सा "ना"....................*
*हमारी पूरी जिंदगी बदल*
         *देता है....................!!*
                 
          *  शुभ:  प्रभात्  *


                   आपका अपना
             *"पं.खेमेश्वर पुरी गोस्वामी"*
            धार्मिक प्रवक्ता-ओज कवि
          प्रदेश संगठन मंत्री एवं प्रवक्ता
   अंतरराष्ट्रीय युवा हिंदू वाहिनी छत्तीसगढ़
      ८१२००३२८३४-/-७८२८६५७०५७

प्रभात संदेश

🍁🍁🍁🍁🍁🍁🍁🍁🍁🍁
*जिस दिन हम ये समझ जायेंगे कि*
     *सामने वाला गलत नहीं है सिर्फ*
       *उसकी सोच हमसे अलग है*
             *उस दिन जीवन से*
         *दुःख समाप्त हो जायेंगे*

*"बड़प्पन" वह गुण है जो पद से नहीं*
    *"संस्कारों" से प्राप्त होता है।*
😊 *Good Morning*😊
🍁🍁🍁🍁🍁🍁🍁🍁🍁🍁

आज का संदेश

*✍रिश्ते निभाने के लिए बुद्धि नहीं, दिल की शुद्धि होनी चाहिये...!!*

*☝सत्य कहो, स्पष्ट कहो, सम्मुख कहो...,जो अपना हुआ तो समझेगा.., जो पराया हुआ तो छुटेगा....!!*                

*🌹🥀💐🙏शुभ प्रभात🙏🌸🌻🌷*

आज का संदेश


      *✏रिश्ता बहुत गहरा हो या न हो*
                      *परन्तु भरोसा*
              *बहुत गहरा होना  चाहिये..*
                 *गुरु वही श्रेष्ठ होता है*
                   *जिसकी प्रेरणा से*
             *किसी का चरित्र बदल जाये*
              *और मित्र वही श्रेष्ठ होता है*
         *जिसकी संगत से रंगत बदल जाये..✍🏻*।।

Monday, September 16, 2019

आज का संदेश

*जीवन मे कुछ तो सहन करना सीखना ही चाहिए...!*

*क्योंकि ...*

*हम में भी ऐसी बहुत सी कमियाँ हैं ..*
*जिन्हें दूसरे सहन करते हैं ...!!*

🌞☘ *...सुप्रभात...* ☘🌞

सुविचार

🍀🍀🍀🍀🍀🍀🍀🍀🍀🍀
*जिन्दगी मे खोये पल को*  🌸
   🌸  *ला नही सकते, मगर*
*हौसले और विश्वास से*  🌸
   🌸  *आने वाले हर पल को*
*खुबसूरत बना सकते है*  🌸
🍃🍃🍃🍃🍃🍃🍃

न्यू २

प्रति मां. मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल जी रायपुर , छत्तीसगढ़ शासन विषय : आर्थिक सहायता,आवास, तथा आवासीय पट्टा दिलाने बाबत् आदरणीय महोदय,   ...