जम्मो दुनिया के नक्शा म,फेर पाकिस्तान तो नई होही
रचना:- पं. खेमेस्वर पुरी गोस्वामी (मल्टीपर्सनाल्टी पोएट)
मुंगेली-छत्तीसगढ़ 8120032834
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देश के रक्षा करते करत खुद के परान घलो वार देथें
वतन के वीर जवान मन अपन सर्वस्व निसार देथें
आधा रात के चोरी छिपे दुश्मन हर तो वार करथें
तब घात लगाक हमला करके पाछू ले आके मार देथें
एक महिना मे पांच पिता हे
संघर्ष विराम जेन तोड़त हे
इसन पापी नापाक पाक ला
काबर इमन अब छोंड़त हें
अरे-आदेश तो कर दव सेना ल
अब भी काबर मुंह मोड़त हव,
अब काबर नई जरदारी अऊ
आतंक के गर्दन नई मरोड़त हव
बरदी असन कुकुर ल शामिल
करके शेर मन ललकारत हे
काखर बहकावा म आके
बार बार भारत ल ललकारत हे
ये दिल्ली के सरकार अगर
थोकिन जो हिम्मत कर जातिस
बस अब एकेच बार हमला
करे बर सहमत हो जातिस
सौगन्ध शहीद वीर जवान
के द्रृश्य बदल अब जाही रे
इस्लामाबाद,काश्मीर,करांची
तक अब ये तिरंगा लहराही रे
अबके लड़ई होही कहूं ते
अब नरसंहार बड़ भीषण होही
दुनिया ले पाक मिटाये के
हर सैनिक के प्रण होही
नापाक पाक ल काट काटके
गली के कुकुर ल खवा देबो
इन्दुस सतलज चेनाब में हमन
तुंहर...लहू के धार बोहा देबो
तोर सबके आंखीं के आगू ही
तब अंतिम वो क्षण होही
तोर नक्शा से नाम मिटाये के
बिना रुके नहीं ये रण होही
ओ युद्ध के अंत मे येही तय हे
के तब शमशान तुंहर उहें होही
जम्मो दुनिया के नक्शा म,
फेर पाकिस्तान तो नई होही....!!!
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