तात्कालिक कश्मीर मुद्दे पर
एक रचना आपके आशीष मिले
आपका:- पं.खेमेस्वर पुरी गोस्वामी
"छत्तीसगढ़िया राजा"
मुंगेली-छत्तीसगढ़ 7828657057
हमला मत छुट्टी दे, झैन भत्ता दे,
बस काम एके अब करन दे,
वेतन आधा कर दे,
लेकिन कुकूर मन में गोली भरन दे,
हर हर मोदी घर घर मोदी,
ए नारा सिर के पार गइस,
इक दू कौड़ी के जेहादी,
सैनिक ल थपरा मार गइस,
थपरा खाइन गद्दार के,
हम एतेक मजबूर नही,
हम भारत माँ के सैनिक हन
कोनो मलोवन मजदूर नहीं,
अब अऊ झैन लाचार करव, हम जीते जी मर जाबो,
अएना में देख नि पावन,
खुद के वर्दी म शर्माबो,
या तो कश्मीर उहीं ल दे दे,
या आर पार का काम करव,
सेना ल दे के ज़िम्मेदारी,
तुमन दिल्ली म आराम करव,
इस राजनीती ह घाटी ल सरदर्द बनाके छोड़़े हे,
भारत के वीर जवान ल नामर्द बना के छोड़े हे,
भारत का आँचल स्वच्छ रहय बस, हम दागी घलो हो सकथन
दिल्ली के मन असने चूप रइही त, हम बागी घलो हो सकथन.....!!! ✍🙏🏻
जय हिन्द जय भारत वंदेमातरम।।
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