Tuesday, September 4, 2018

शिव स्तुति

जय शिव शम्भू गीरीश फणीश अहीश कलेश निवारी।
जयति दिगम्बर देव उमावर संखिया भांग धतूर अहारी।।
हे नाथ सदाप्रणवौंपदपंकज जयजगवंदन जय त्रिपुरारी।
राम चरित्र प्रकाशन में करूणाकरि राखहु लाज हमारी।।

               ✍पं.खेमश्वर पुरी गोस्वामी✍
                  युवा साहित्यकार-पत्रकार
                      मुंगेली छत्तीसगढ़
           ८१२००३२८३४-७८२८६५७०५७

No comments:

Post a Comment

महाभारत: महाकाव्य, कालक्रम और उन्नत विज्ञान के अंतर्संबंधों का एक समालोचनात्मक विश्लेषण

महाभारत: महाकाव्य, कालक्रम और उन्नत विज्ञान के अंतर्संबंधों का एक समालोचनात्मक विश्लेषण 1. प्रस्तावना: इतिहास, मिथक और वैज्ञानिक अन्वेषण 1.1...