Monday, August 5, 2019

कश्मीर उद्दार

प्राण के अधारे तुम कितको सिधारे आज जित्यो मुकुटन ओ कश्मीर सुरझारी है.!

चंद्रयान भेज दिन्हे, तलाक तीन तोड़ दिन्हे धारा    ३७०  अब   दशा  ये  तुम्हारी है.!!

आतंक  मिटाए के तापन  हटाए देव  अव युद्ध  अविराम   नयन  न   निहारी है.!

सोम तीनों बीत भये मुफ्ती सखी चित् भये, चौथे राम  धाम  मोदी  तो विचारी हैं..!!

                *पं.खेमेश्वर पुरी गोस्वामी*
                  ओज व्यंग्य कवि - मुंगेली
            प्रदेश संगठन मंत्री एवं प्रदेश प्रवक्ता
         अंतरराष्ट्रीय युवा हिंदू वाहिनी छत्तीसगढ़
           ८१२००३२८३४-/-७८२८६५७०५७

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