गीत
मापनी- 2122-222-212-2122
चाहे तुम्हें दिल कितना,
किस कदर हम बतायें।
तुम्हें भुलकर,
रह ना पायेंगे गम सताये।
हाये हाये ओ हो हो हो
चाहे तुम्हें...................
ओ जाने जां मेहरबां,
हमनवा दिल मिला कर।
चल दिये तुमने फिर,
तंहाई के रुत जताये।
हाये हाये ओ हो हो हो
चाहे तुम्हें...............
हम तो महब्बत करतें हैं तुमसे,
दिल से करेंगे।
रात दिन हर पल हो,
तुम मन में मेरे समाये।
हाये हाये ओ हो हो हो
चाहे तुम्हें...............
ढल तो मेरे सपनों के संग,
तूं हर सफर में।
ख्वाब सारे दिलके,
फिर हमसफर गुल खिलाये।
हाये हाये ओ हो हो हो
चाहे तुम्हें..................
आ जा के दिल अब,
तुम्हीं को पुकारे है पल पल।
नींद तो लुट ली जानेमन,
कहें क्या सुनाये।
हाये हाये ओ हो हो हो
चाहे तुम्हें................
©"पं.खेमेश्वर पुरी गोस्वामी"®
धार्मिक प्रवक्ता-ओज कवि
डिंडोरी-मुंगेली-छत्तीसगढ़
8120032834/7828657057
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