तेरा मेरा साथ नहीं पल दो पल का।
साथ है ये जिंदगी भर का।
थामा है हाथ एक विश्वास के साथ।
सुख दुःख के हम साथी।
मैं दिया और तुम बाती।
मेरी चाहत मेरी खुशी मेरे सपने मेरी दुनियां हरकड़ी जीवन की तुमसे जुडी।
मेरा चहकना मेरा महकना सजना सँवरना सिर्फ़ तेरे लिये ।
तु है तो मैं हूं वरना मेरा कोई वजुद नहीं।
मेरे बिन तुम, तेरे बिन मैं अपूर्ण है।
मिला है जनम मानवी,
हम कुछ ऐसा करे, ऐसा सोचे।
दुनियां याद करे।
कुल समाज गांव जिला राज्य और देश का नाम रोशन हो।
मात पिता का सम्मान गौरवमयी हो।
तेरा मेरा साथ हर आती जाती सांस की पुकार के साथ।
हम जनम जनम के राही
तुम सीता मैं हूं राम।
नहीं जुदा होगें कभी भी,
चाहे मिट जाये ये प्राण।
आपका अपना
"पं.खेमेश्वरपुरी गोस्वामी"
धार्मिक प्रवक्ता-ओज-व्यंग्य कवि
राष्ट्रीय प्रवक्ता
राष्ट्र भाषा प्रचार मंच-भारत
डिंडोरी-मुंगेली-छत्तीसगढ़
8120032834/7828657057
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