१:एक जुर्म हुआ है हम से एक यार बना बैठे हैं
कुछ अपना उसको समझ कर सब राज़ बता बैठे हैं
फिर उसकी प्यार की राह में दिल ओर जान गवा बैठे हैं
वो याद बहुत आते हैं जो हुमको भुला बैठे हैं
२: मेरे वजूद मे काश तू उतार जाए
मे देखु आईना ओर तू नज़र आए,
तू हो सामने और वक़्त ठहर जाए,
ये ज़िंदगी तुझे यू ही देखते हुए गुज़र जाए..
३: मुझे किसी कि ज़रूरत नहीं … सिवाए तेरे
मेरी नज़र को तलाश जिसकी बरसों से … किसी के पास वो सूरत नहीं … सिवाए तेरे
जो मेरे दिल और ज़िन्दगी से खेल सके …. किसी को इतनी इजाजत नहीं … सिवाए तेरे
४: प्यार मोहब्बत है नफरत नही,
प्यार इक़रार है तकरार नही,
प्यार हकीकत है ख्याल नही,
हर कोई प्यार को समझ नही सकता क्यूं की,
प्यार एहसास है अंदाज़ नही…
५: ख़्याल उसका हर एक लम्हा मन में रहता है....
वो शमा बनके मेरी अंजुमन में रहता है~
कभी दिमाग में रहता है ख़्वाब की मानिंद
कभी वो चाँद की सूरत सा , गगन में रहता है......