आज है सावन का पहला सोमवार व्रत : व्रत करते समय इन नियमों का करें पालन, भगवान् शिव को प्रसन्न करने के लिए ऐसे करें पूजा अर्चना -
जैसा की आप सभी जानते हैं कि सावन के पवित्र माह की शुरुआत हो चुकी है। हिन्दू धर्म में सावन के महीने में विशेष रूप से भोलेनाथ की पूजा अर्चना को ख़ासा महत्व दिया जाता है। इस दौरान प्रत्येक सोमवार को विशेष रूप से शिव भक्त शिव जी की पूजा अर्चना कर उन्हें प्रसन्न करने का प्रयास करते हैं। आज सावन का पहला सोमवार है लिहाजा इस दिन शिव जी की आराधना के लिए हम आपको विशेष पूजा विधि के बारे में बताने जा रहे हैं। आइये जानते हैं सावन सोमवार के दिन किस प्रकार से करें शिव जी को प्रसन्न और इस दिन व्रत रखने से आपको क्या लाभ मिल सकते हैं।
★सावन सोमवार व्रत विधि :
सावन सोमवार का व्रत दिन के तीसरे प्रहर यानी शाम तक रखा जाता है। इस दिन सबसे पहले व्रत रखने वालों को सूर्योदय से पहले उठकर स्नान करने के बाद स्वच्छ वस्त्र धारण करना चाहिए। यदि आप मंदिर ना जाकर इस दिन घर में ही शिव जी की पूजा अर्चना करना चाहते हैं तो सबसे पहले शिव जी की मूर्ती या शिवलिंग को स्वच्छ पानी से धो लें। अब तांबे के लोटे में जल भरकर उसमें गंगाजल मिलाकर उसे अलग रख लें। अब शिव जी की पूजा के लिए सबसे पहले उन्हें सफ़ेद रंग के फूल अर्पित करें। साथ में अक्षत, धतूरा, भांग, सफ़ेद चंदन और धूप दीप दिखाते हुए श्रद्धाभाव के साथ पूजा करें। इसके बाद शिवलिंग पर गंगाजल मिश्रित जल चढ़ाएं और शिव जी को प्रसाद के रूप में आप फल या मिठाई का भोग लगा सकते हैं।
इसके साथ ही भगवान् शिव के विशेष मंत्र “ॐ नमः शिवाय” का जाप करना ना भूलें। आप चाहें तो अपनी श्रद्धा अनुसार इस दिन शिव पुराण या शिव चालीसा का पाठ भी कर सकते हैं।
व्रती को तीसरा प्रहर खत्म होने के बाद एक ही बार भोजन करना चाहिए। रात्रि के समय जमीन पर सोना चाहिए। इस तरह से सावन के प्रथम सोमवार से लेकर अंतिम सोमवार तक इस व्रत का पालन करना चाहिए। सिर्फ सावन सोमवार ही नहीं शिवजी से जुड़े सभी व्रत तीन प्रहर तक ही किए जाते हैं।
★सावन सोमवार के नियम :
– सावन सोमवार के दिन जो व्रत ना भी रखता हो वो किसी भी अनैतिक कार्य करने से बचें, बुरे विचार मन में ना लाएं साथ ही ब्रहमचर्य का पालन करें।
– सावन सोमवार के दिन सुबह जल्दी उठकर भगवान का ध्यान करें। साथ ही बड़े और असहाय लोगों का अपमान ना करें।
– सावन में भगवान शिव की पूजा में कम से कम बेलपत्र जरूर रखें।
– सावन में बैंगन खाने से बचें क्योंकि शास्त्रों में बैंगन को अशुद्ध बताया गया है।
– सावन में मांस-मदिरा से दूर रहना चाहिए। इससे ना सिर्फ आप पर जीवहत्या का पाप लगता है बल्कि आपका मन भी अशुद्ध होता है।
– सावन हरियाली का मौसम है। यही हरियाली शिवजी को अत्यंत पसंद आती है इसलिए पेड़-पौधों को काटने से बचना चाहिए।
★सावन सोमवार व्रत के लाभ :
●अविवाहित युवक युवतियां सावन के सोमवार का व्रत रख विवाह में आने वाली अड़चनों को दूर कर सकते हैं और सुयोग्य जीवनसाथी पा सकते हैं।
●सावन सोमवार का व्रत रख वैवाहिक जीवन में आने वाली समस्याओं से भी छुटकारा पाया जा सकता है।
●सावन सोमवार के दिन व्रत रखने से आप मुख्य रूप से अकाल मृत्यु और अकस्मात होने वाली दुर्घटनाओं से बच सकते हैं
●इसके साथ ही इस दिन व्रत रखने से आप बेहतर स्वास्थ्य की प्राप्ति कर सकते हैं।
●निः संतान स्त्री पुरुष सावन सोमवार का व्रत रखकर संतान प्राप्ति का आशीर्वाद प्राप्त कर सकते हैं।
●बता दें कि सावन सोमवार का व्रत कोई भी रख सकता है और विधि पूर्वक पूजा अर्चना एवं व्रत रखकर शिव जी को प्रसन्न कर उनसे आशीर्वाद प्राप्त कर सकते हैं।
🍃🌼🍃🌼🍃🌼🍃🌼🍃🌼🍃🌼
आप का आज का दिन मंगलमयी हो - आप स्वस्थ रहे, सुखी रहे - इस कामना के साथ
पं.खेमेश्वर पुरी गोस्वामी
राजर्षि राजवंश-आर्यावर्त्य
धार्मिक प्रवक्ता - ओज कवि
प्रदेश संगठन मंत्री एवं प्रवक्ता
अंतरराष्ट्रीय युवा हिंदू वाहिनी- छत्तीसगढ़
८१२००३२८३४-/-७८२९६५७०५७
No comments:
Post a Comment