Tuesday, July 17, 2018

पहचान मुस्किल है

*मेरे लफ़्ज़ों से न कर मेरे किरदार का फैसला..*
*तेरा वजूद मिट जाएगा मेरी पहचान ढूंढते ढूंढते*
*पं.खेमेस्वर पुरी गोस्वामी*

Saturday, July 14, 2018

हिंदी-छत्तीसगढ़ी मिक्स मस्ती टाइम

हिंदी-छत्तीसगढ़ी, मिक्स हास्य मस्ती टाइम
केवल आनंद लें,राग लय न ढूंढे।

✍ पं.खेमेस्वर पुरी गोस्वामी
मुंगेली छत्तीसगढ़ ८१२००३२८३४
🌷🌺💐🌺🌷🌻🌸🌺🌷💐

बरसात के दिन आए 
चिखलाघाट के दिन आए

टुरा टुरी मन मिले बर तरसतथे
इही सावन के रिमझिम झड़ी हे
कदम बइला मन के बहकने लगे हैं
इही भइसा के चिखलाये के घड़ी हे

बरसात के दिन आए. 
चिखलाघाट के दिन आए

मेंचका सोच में थे जिनके 
ओही रात के दिन आए
नरियाय के दिन आए 
फदकाय के दिन आए

जलते रहे खेत ए जेठ के गरमी से, 
बेमची बेमचा केे बरसो जुदाई
छम छम बरसती सुहानी घटा ने, 
अजब टेरटेराहट है अब लगाई

बरसात के दिन आए. 
चिखलाघाट के दिन आए

बेंदरा सोच में थे जिनके, 
सोयाबीन बोंवाय के दिन आए
इंखर खवाय के दिन आए, 
बउराय के दिन आए

ना नांगर होश में हो
ना नगरिहा होश में हैं 
अदरा सिखाय जाए ना तुम संभालो हमें
गुज़ारिश यही हैं बछरूओं की
किसान थोरकिन सुरतावन दो हमें
डोंगा बोहाय के दिन आए,मताय के दिन आए
हम सोच में थे जिनके वो बचपन के दिन आए
मस्तियाय के दिन आए चिखलाय के दिन आए

भारत को बालीवुड ने क्या दिया है।

भारत को बॉलीवुड ने क्या दिया है ?
        निवेदन एक बार जरूर पढे
👇👇👇👇👇👇👇👇👇
बॉलीवुड ने भारत को इतना सब कुछ दिया है, तभी तो आज देश यहाँ है ...

1. बलात्कार गैंग रेप करने के तरीके।
2. विवाह किये बिना लड़का लड़की का शारीरिक सम्बन्ध बनाना।
3. विवाह के दौरान लड़की को मंडप से भगाना
4. चोरी डकैती करने के तरीके।
5. भारतीय संस्कारो का उपहास उडाना।
6. लड़कियो को छोटे कपडे पहने की सीख देना....
जिसे फैशन का नाम देना।
7. दारू सिगरेट चरस गांजा कैसे पिया और लाया जाये।
8. गुंडागर्दी कर के हफ्ता वसूली करना।
9. भगवान का मजाक बनाना और अपमानित करना।
10. पूजा पाठ यज्ञ करना पाखण्ड है
11. भारतीयों को अंग्रेज बनाना।
12. भारतीय संस्कृति को मूर्खता पूर्ण बताना और पश्चिमी संस्कृति को श्रेष्ठ बताना।
13. माँ बाप को वृध्दाश्रम छोड़ के आना।
14. गाय पालन को मज़ाक बनाना और कुत्तों को उनसे श्रेष्ठ बताना और पालना सिखाना।
15. रोटी हरी सब्ज़ी खाना गलत बल्कि रेस्टोरेंट में पिज़्ज़ा बर्गर कोल्ड ड्रिंक और नॉन वेज खाना श्रेष्ठ है।
16. पंडितों को जोकर के रूप में दिखाना, चोटी रखना या यज्ञोपवीत पहनना मूर्खता है मगर बालो के अजीबो गरीब स्टाइल (गजनी) रखना व क्रॉस पहनना श्रेष्ठ है उससे आप सभ्य लगते है।
17. शुद्ध हिन्दी या संस्कृत बोलना हास्य वाली बात है और उर्दू या अंग्रेजी बोलना सभ्य पढ़ा-लिखा और अमीरी वाली बात...
हमारे देश की युवा पीढ़ी बॉलीवुड को और उसके अभिनेता और अभिनेत्रियों का अपना आदर्श मानती है.....
अगर यही बॉलीवुड देश की संस्कृति सभ्यता दिखाए ..
तो सत्य मानिये हमारी युवा पीढ़ी  अपने रास्ते से कभी नही भटकेगी...

केवल सलीम / जावेद की ही नहीं बल्कि कादर खान, कैफ़ी आजमी, महेश भट्ट, आदि की फिल्मो का भी यही हाल है.  फिल्म इंडस्ट्री पर दाउद जैसों का नियंत्रण रहा है. इसमें अक्सर अपराधियों का महिमामंडन किया जाता है और पंडित को धूर्त, ठाकुर को जालिम, बनिए को सूदखोर, सरदार को मूर्ख कामेडियन, आदि ही दिखाया जाता है.

✍ पं.खेमेस्वर पुरी गोस्वामी ✍
मुंगेली-छत्तीसगढ़ ८१२००३२८३४

Monday, July 9, 2018

भजन-कर्म लिखा सोई होवत प्यारे

काहे शोच करे नर मन में
कर्म लिखा सोई  होवत प्यारे।।टेक।।
होनहारे मिटे नहीं कबहूं
कोटि जतन कर कर सब हारे।।१।।
हरिश्चंद्र नल राम युधिष्ठिर
राज्य  छोड़  बनवास सिधारे ।।२।।
अपनी करणी निश्चय भरणी
दुश्मन   मित्र न  कोई तुमारे ।।३।।
खेमेस्वर सुमरे जगदीश्वर
सब दु:ख संकट दूर निवारे।।४।।

✒पं.खेमेस्वर पुरी गोस्वामी✒
धार्मिक प्रवक्ता/युवा साहित्यकार
मुंगेली छत्तीसगढ़ 7828657057

नाम तेरा सुखदाई

"नाम तेरा सुखदाई" (भजन )
रचना:-✒पं.खेमेस्वर पुरी गोस्वामी✒
धार्मिक प्रवक्ता-मुंगेली:-छत्तीसगढ़
८१२००३२८३४-७८२८६५७०५७

प्रभुजी मेरा तुमबिन कौन सहाई।।टेक।।
मातपिता बांधव सुत नारी,
जग में सब स्वारथकी यारी।
नहि परलोक होय हित-कारी,
सबसे होय जुदाई।।१।।

माल खजाना महल चुबारे
कोई न जावे हो संगहमारे।
चल चल जानें भोगन हारे
जगमें थिर न रहाई।।२।।

लाड लडाकर पालन कीना,
अतर फूलेल सदा मलदीना।
वसतर भूषण नित्य नवीना
देह पड़ी रह जाई।।३।।

तु तो सबका है पालनहारा,
तेरी महिमा बड़ी है अपारा।
खेमेस्वर को दया दें प्यारा,
नाम तेरा सुखदाई।।४।।

आत्मविश्वास की ताकत कलम के शब्दों में

डोंगरी कस खड़े रहिस परशानी,
मैं समुंदर लहरा कस तो टकरात रहेंव।
पथरा छाती ढकेलय वापिस मोला,
हिम्मत बटोर घेरी बेरी वापस आत रहेंव।

धुर्रा धोवा गे जब सच के ऐैना ले,
मोर कोशिश के असर रंग देखत रहेंव।
टुटे लागिस पथरा घलो अब धीरे-धीरे,
निशाना साध हर बार वार बरसात रहेंव।

बिखरे लगिस जब ओ जर्रा जर्रा,
देख साहिल मैं ओ पार रद्दा बनात रहेंव।
बिसर गे पथरा मोर रुकावट के,
मैं अब धुन, उमंग के तो गीत गात रहेंव।
डोंगरी कस खड़े रहिस परशानी,
मैं समुंदर लहरा कस तो टकरात रहेंव।।

✒पं.खेमेस्वर पुरी गोस्वामी✒
मुंगेली-छत्तीसगढ़ 8120032834

Sunday, July 8, 2018

रही रही के होत बरसात ले कवि के विनती

रही रही के होत बरसात ले ,कवि के विनती..

रचना :- पं.खेमेस्वर पुरी गोस्वामी
"छत्तीसगढ़िया राजा"
मुंगेली छत्तीसगढ़-7828657057

तैं धन्य हस बरखा रानी, मरतपियासेल देथस पानी
जग में तें खुशहाली लाथस, खेतन में हरियाली लाथस…………
संग में तोर ठंडकता लाथस, ताय भुइंया शीतल कर जाथस
नवानवा तैं फूलखिलाथस, जंगल मं तो मंगल कर जाथस

तैं दुनिया के रक्षाकरइया,तोर बिन हमला कोन देहि पानी
अन्नदात्री तैं महारानी, तैं धन्य हस बरखा रानी…………
जब तें किरपाकरथस रानी, जग में भर जाथे तो पानी
"तोर उपर अरमान हमर हे, तोर उपर अब परान हमर हे"
एखरे सेती तोर करतथन आगवानी, चाहे राजा रहे के रानी
सब मरजाहींबिनपानी,पशु,पक्षी,मानव सबके जीनगानी
तुमन जब जाथो हो रानी, तब रो पड़थे इहां सबो परानी (प्राणी)
यह सच हे करुण कहानी, तैं अब इहें रइह मनमानी…………
तब हमन भी सुख करबोे, नवा जीवन जीए तो सकबो
तैं धन्य हस बरखा रानी, मरतपियासेल देथस पानी..!!

न्यू २

प्रति मां. मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल जी रायपुर , छत्तीसगढ़ शासन विषय : आर्थिक सहायता,आवास, तथा आवासीय पट्टा दिलाने बाबत् आदरणीय महोदय,   ...