तात्कालिन रायसेन/बरेली म.प्र. घटना पर चार पंक्तियां...--
क्या बिगाड़ा था तेरा,ओ ४ साल की मासूम
क्यों गड़ा दिया उस पर अपने जहरीलेनाखुन।
उसकी तो उम्र तेरी छोटी बहन का था,
ऐसी कोन सी दुश्मनी पिछले जनम का था।
जिस सिद्दत से लुटा है,किसी की इज्जत बचा के दिखाते,
गर बल आजमाना था,बार्डर में वार पे जा के आजमाते।
जरा बतलाओ खुद के बहन बेटी से क्या यही करते हो,
लाज नहीं तुम्हें आती, शर्म में डूब क्यों नहीं मरते हो।
✍ पं.खेमेस्वर पुरी गोस्वामी
"छत्तीसगढ़िया राजा"
साहित्यकार/पत्रकार/धार्मिक प्रवक्ता
मुंगेली छत्तीसगढ़-8120032834